
-ऑनलाइन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा निदेशक उत्तराखंड शासन एनपी महेश्वरी रहे
-पीजी कॉलेज ऋषिकेश के एमएलटी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर गुलशन कुमार ढींगरा ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की विस्तृत जानकारी साझा की
एस के विरमानी/ऋषिकेश।रविवार 17 मई 2020 को एमआईटी ढालवाला ऋषिकेश में ऑनलाइन वेबीनार का आयोजन हुआ जिसमें पूरे भारत के लगभग सभी प्रदेशों से प्रतिभागियों ने भाग लिया।
प्रतिभागियों में प्रमुख रूप से भारत के विभिन्न क्षेत्रों से बड़े बड़े शिक्षाविद, विभिन्न विश्वविद्यालयों से संबंधित प्रोफेसर,एसोसिएट प्रोफेसर,रिसर्च स्कॉलर,असिस्टेंट प्रोफेसर एवं विद्यार्थियों ने अपना नामांकन कराया था।
प्रतिभागियों की सर्वाधिक संख्या दक्षिण भारत के राज्य केरल व तमिलनाडु से थी ओर साथ ही साथ उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, आसाम, बिहार, राजस्थान एवं मध्य प्रदेश के प्रमुख प्रोफेसर एवं एसोसिएट प्रोफेसर ने इस वेबीनार में प्रतिभाग किया।
जहां देश एवं विश्व वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के कारण त्रस्त हैं ऐसी स्थिति में शिक्षण संस्थाओं को नियमित रूप से संचालित होना संभव नहीं है। लेकिन ऐसी विपरीत परिस्थितियों में राष्ट्र की कुछ अग्रणी शिक्षण संस्थाएं तकनीकी के प्रयोग से विधार्थियों तक उनके पाठ्यक्रमों को पहुंचा रही है। इसी कड़ी में प्रदेश के प्रतिष्ठित संस्थान एमआइटी ढालवाला ऋषिकेश में आज राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया जिसका शीर्षक “ऑनलाइन लर्निंग ड्यूरिंग एंड आफ्टर पेंडविक कोविड-19” था।
इस वेबीनार का मुख्य उद्देश्य शिक्षा जगत में जुड़े सभी विधार्थियों एवं शिक्षकों तक यह संदेश पहुंचाना था कि इस कोरोना महामारी के दौरान एवं इसके उपरांत हम किस प्रकार तकनीकी साधनों जैसे मोबाइल, कंप्यूटर, लैपटॉप इत्यादि उपकरणों का सदुपयोग कर अपने शैक्षिक कार्यक्रम को सुचारू रख कर विधार्थियों को अत्यधिक लाभ पहुंचा सकते हैं।
कार्यक्रम के शुभारंभ हेतु संस्थान के सचिव हर गोविंद जुयाल के द्वारा आन-लाइन प्लेटफार्म पर आकर सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया। संस्थान के सचिव हर गोविंद जुयाल ने बताया कि संस्थान सदैव अपनी प्रौद्योगिकी एवं तकनीकी का उपयोग विधार्थियों एवं समाज के हित में करता रहा है और इस वेबीनार में भी लगभग 400 प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए यह आश्वस्त किया जा रहा है कि किसी भी आपातकालीन संकट की घड़ी में संस्थान सदैव शिक्षा जगत के लिए,न केवल राज्य अपितु राष्ट्रीय स्तर पर भी अपने दायित्वों के निर्वहन में अग्रणी भूमिका निभाएगा।
प्रतिभागियों के स्वागत उपरांत कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा निदेशक,उत्तराखंड शासन, प्रो. एन.पी. महेश्वरी ने प्रतिभागियों के समक्ष अपने विचार रखते हुए बताया कि भारत सरकार द्वारा घोषित लाकडाउन का पूर्णतः पालन करते हुए ऑनलाइन लर्निंग की जा सकती है और जिसके अनेक उपयोगी लाभ हैं।
केवल ऑनलाइन लर्निंग ही वर्तमान परिस्थिति में संपूर्ण विश्व की आवश्यकता है। उन्होंने तकनीकी संसाधनों की उत्तराखंड राज्य में वर्तमान स्थिति को स्पष्ट करते हुए बताया कि लगभग 60,000 विद्यार्थी उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अध्ययनरत हैं और जिनके शिक्षण स्तर में सुधार हेतु इस तरह के वेबीनार को आयोजित किया जाना अत्यंत अनिवार्य है।
उसके उपरांत राष्ट्रीय स्तर के वेबीनार में अतिथि वक्ता के रूप में पं. ललित मोहन शर्मा,पीजी कॉलेज, ऋषिकेश के एमएलटी, विभागाध्यक्ष, प्रो. गुलशन कुमार ढींगरा ने विद्यार्थियों को ऑनलाइन लर्निंग के लिए स्वयंप्रथा,शोधगंगा एवं ज्ञान गंगा जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की विस्तृत जानकारी साझा की।
तदुपरांत राष्ट्रीय स्तर के वेबीनार में रिसोर्स पर्सन की भूमिका निभा रहे प्रशांत रावत जो वर्तमान में पेट्रोलियम एवं एनर्जी विश्वविद्यालय, देहरादून में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत है और इंग्लैंड से अपनी शिक्षा पूरी करके आए हैं,उनके द्वारा वेबीनार के शीर्षक पर विस्तृत व्याख्यान प्रस्तुत किया गया।
उन्होंने अपने व्याख्यान को पीपीटी के माध्यम से ऑनलाइन प्रस्तुत करते हुए लगभग 45 मिनट के अपने सेशन में विद्यार्थियों एवं शिक्षा प्रदान कर रहे प्राध्यापकों को ऑनलाइन लर्निंग में प्रयुक्त होने वाले विभिन्न माध्यमों में सम्बन्धित ई-लाइब्रेरी एवं प्लेटफार्म की जानकारी उपलब्ध कराई जो हमें रिसोर्सेज प्रदान कर सकती है।
साथ ही साथ उन्होंने वे सरकारी साइट एवं घर पर रहते हुए विद्यार्थियों को पढ़ाने के समय में प्रयोग किए जाने वाले ऐप जिसमे असाइनमेंट, इंटरनल एक्जाम आदि को किस तरह संपादित किया जा सकता है की विस्तृत रूपरेखा बताते हुए उसका प्रस्तुतीकरण किया।
अंत में संस्थान की आइक्यूएसी कोऑर्डिनेटर प्रो.ज्योति ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए मुख्य रिसोर्स पर्सन की भूरी भूरी प्रशंसा की। राष्ट्रीय स्तरीय वेबीनार के आयोजन समिति के अध्यक्ष अंशु यादव ने इस कार्यक्रम को होस्ट करते हुए सफलतापूर्वक संचालित किया।
संस्थान के आईटी डिपार्टमेंट के विभागाध्यक्ष प्रदीप पोखरियाल के द्वारा टेक्निकल एक्सपर्ट की भूमिका दर्शाते हुए अपना सहयोग दिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में एमआईटी,ढालवाला,ऋषिकेश के विज्ञान संकाय की विभागाध्यक्ष प्रो. कौशल्या डंगवाल के द्वारा को कोऑर्डिनेटर की भूमिका निभाई गई साथ ही साथ विज्ञान संकाय के डॉ एस के सिंह एवं कमलेश भट्ट ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से डॉ माधुरी कौशिक लिली,डॉ एल एम जोशी विभागाध्यक्ष कॉमर्स संकाय,अजय तोमर विभागाध्यक्ष फार्मेसी,एवं डॉ वी के शर्मा विभागाध्यक्ष इंजीनियरिंग ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।
कार्यक्रम का समापन संस्थान के डायरेक्टर रवि जुयाल के द्वारा सभी प्रतिभागियों,शिक्षकों एवं वेबीनार के आयोजन समिति को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए किया गया।